भक्त मंडली

सोमवार, 20 मई 2013

जनकनंदनी की महिमा का आओ हम गुणगान करें !



जानकी जयंती [१९ मई २०१३ ]पर विशेष 


जनकनंदनी  की महिमा का आओ हम गुणगान करें !
श्री राम की प्राण प्रिया के चरणों में निज शीश धरें !!



बड़े भाग मिथिला पति के सीता सम पुत्री पाई ,
सुनयना की शिक्षा जिसने पल भर को न बिसराई ,
त्याग-तपस्या की मूर्ति जानकी का  हम ध्यान करें !
श्री राम की प्राण प्रिया के चरणों में निज शीश धरें !!

  

कुल वधू राजा दशरथ की सिया कौशल्या को प्यारी ,
श्री राम संग झेली वनवास -विपत्ति भारी ,
पतिव्रता जगदम्बा ने निज सुख सारे बलिदान किये !
श्री राम की प्राण प्रिया के चरणों में निज शीश धरें !!



दिया राम ने त्याग सिया को प्रजा में जब अपवाद उठा ,
कुटिल दैव की इस करनी से सिया का यश था नहीं घटा ,
लव-कुश की पावन माता का ह्रदय से हम सम्मान करें !
श्री राम की प्राण प्रिया के चरणों में निज शीश धरें !!




    

पुत्री ,पत्नी , माता धर्म निभाया जिसने दृढ होकर ,
सिया चरित आदर्श यही सन्देश मैं आई हूँ लेकर ,
भारत की इस नारी पर आओ मिलकर अभिमान करें !
श्री राम की प्राण प्रिया के चरणों में निज शीश धरें !!

शिखा कौशिक 'नूतन'





1 टिप्पणी:

Dayanand Arya ने कहा…

है प्रनाम माँ माता सीता को -
इस धरती की पुत्री थी जो ;
हम सबको माँ वो शक्ति दो -
जर्जर कुरीत को सकें तोड़ -
या मिट जाएँ लड़ते - लड़ते -
आशा के लव- कुश जग में छोड़ ।